दिल्ली में शीतलहर का प्रभाव, पहाड़ों में बर्फ बारी का अलर्ट, तमिलनाडु में सायक्लोन ‘फेंगल’ का खतरनाकअसर ।

उत्तर भारत में सर्दी का कहर बढ़ने लगा है, जिसमें दिल्ली और यूपी प्रमुख रूप से प्रभावित हैं। तापमान में गिरावट के कारण सुबह और शाम के साथ-साथ अब दिन में भी ठंड का एहसास होने लगा है। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है।

दिल्ली में शीतलहर का असर:

दिल्ली में शीतलहर का प्रभाव बढ़ चुका है। अब सिर्फ सुबह और शाम ही नहीं, बल्कि दिन के समय भी ठंड का अहसास हो रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट आएगी। शुक्रवार को इस मौसम का सबसे ठंडा दिन रिकॉर्ड किया गया था। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली का न्यूनतम तापमान घटता जा रहा है।

दिल्ली का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री तक गिरने का अनुमान:

आक्यु वेदर साइट के अनुसार, शुक्रवार को रात 8 बजे न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो देर रात तक 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। शनिवार सुबह में धुंआ और हल्का कोहरा देखने को मिल सकता है। वहीं, दिन में मौसम साफ रहेगा, और अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। अगले सात दिनों तक मौसम में कोई खास बदलाव नहीं आएगा और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है, जबकि गुरुवार तक यह 10 डिग्री तक गिर सकता है।

कश्मीर में बर्फबारी, हिमाचल में अलर्ट:

मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से होकर गुजरने वाला है, जिससे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना बढ़ गई है। 3 दिसंबर तक पहलगाम, गुलमर्ग और सोनमर्ग सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में भी बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है, खासकर लाहौल-स्पीति, चंबा और कांगड़ा जिलों में भारी बर्फबारी का खतरा है।

तमिलनाडु में सायक्लोन ‘फेंगल’ का असर:

सायक्लोन ‘फेंगल’ का असर अब तमिलनाडु में भी देखने को मिल रहा है। चेन्नई शहर में मौसम में बदलाव आ चुका है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, सायक्लोन ‘फेंगल’ आज दोपहर तक उत्तर तमिलनाडु और पुडुचेरी तटों के पास पहुंच सकता है। इसके साथ ही तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

दिल्ली का AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में:

दिल्ली में वायु गुणवत्ता भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शुक्रवार को AQI 332 दर्ज किया गया। आनंद विहार में AQI 393, अशोक विहार में 356, IGI एयरपोर्ट रोड पर 322 और जंगीरपुरी में 381 रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली में अभी ‘ग्रेड-4’ प्रतिबंध लागू हैं, जिससे लोगों को बाहरी गतिविधियां करने में कठिनाई हो रही है।

यह समय है जब हमें सर्दी और मौसम के इन बदलावों से बचने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए और खुद को सुरक्षित रखना चाहिए।

Related Posts

Bengaluru: Because of the intense rain, will schools be closed tomorrow?

Bengaluru: Because of the city’s ongoing rains, schools were closed in numerous districts. Furthermore, because of Cyclone Fengal’s effects, the Meteorological Department has predicted rains in the city for the next three days. Latest Information about Bengaluru School Holidays: Heavy rains fell on Wednesday in Bengaluru due to bad weather, and the IMD has issued a yellow advisory for the city. Many parents are requesting that schools and institutions be closed on Thursday in response to these events. Will Bengaluru’s schools be closed tomorrow?The city’s constant rain caused numerous districts to close their schools. Furthermore, because of Cyclone Fengal’s effects, the Meteorological Department has predicted rains in the city for the next three days. However, Bengaluru’s school holidays have not yet been formally announced. As a result, the Thursday school closure in Bengaluru is unclear. In five Karnataka districts, schools were closed. Following Cyclone Fengal, schools have been closed in five districts of Karnataka due to heavy rains. Due to the intense rains in Karnataka’s Mandya district, five districts have declared holidays since Sunday. Schools are closed in the following districts: Mandya, Mysore, Kolar, Chamarajanagar, and Chikkaballapur. Additionally, school holidays have been announced. View the latest weather forecast for Karnataka. Meanwhile, the districts of Bengaluru Urban, Bengaluru Kolar, Chikkaballapura, Ramanagara, Dakshina Kannada, and Udupi are under a Yellow Alert issued by the Indian Meteorological Department. In addition, districts in Kadagu, Mysuru, Chamarajanagara, Mandya, Hassan, Chikkamagaluru, and Shivamogga have also been placed under Orange Alert. According to the India Meteorological Department (IMD), a fresh Western Disturbance is anticipated to affect the western Himalayan area and the plains that surround it starting on December 7 and December 8, 2024.

Continue reading
तेलंगाना में आज आए 5.3 तीव्रता के भूकंप ने राज्य को हिलाकर रख दिया।

बुधवार की सुबह तेलंगाना में 5.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे पूरे राज्य में हड़कंप मच गया। सुबह करीब 7:27 बजे आए भूकंप का केंद्र मुलुगु के उत्तरी शहर के करीब था। भूकंप के कारण मुलुगु के कई निवासी डर के मारे अपने घरों से भाग गए, जो इमारतों और घरों को हिला देने के लिए काफी शक्तिशाली थे। सौभाग्य से, भयावह अनुभव के बावजूद अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। हालांकि स्थानीय लोग और स्थानीय अधिकारी अभी भी नुकसान की पूरी सीमा का पता लगा रहे हैं, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट बताती है कि हालात नियंत्रण में हैं। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) का अनुमान है कि भूकंप सतह से 40 किलोमीटर नीचे आया था। एक बड़े क्षेत्र में लोगों ने कंपन को महसूस किया क्योंकि इस गहराई पर भूकंप अक्सर ध्यान देने योग्य कंपन पैदा करते हैं। क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधि ने ध्यान आकर्षित किया है, और कई लोग आफ्टरशॉक या अन्य व्यवधानों की संभावना के बारे में चिंतित हैं। हालाँकि अब तक कोई महत्वपूर्ण आफ्टरशॉक रिपोर्ट नहीं की गई है, लेकिन भूकंपविज्ञानी स्थिति पर सावधानीपूर्वक नज़र रख रहे हैं। क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधि ने ध्यान आकर्षित किया है, और कई लोग आफ्टरशॉक या अन्य व्यवधानों की संभावना के बारे में चिंतित हैं। हालाँकि अब तक कोई महत्वपूर्ण आफ्टरशॉक रिपोर्ट नहीं की गई है, लेकिन भूकंपविज्ञानी स्थिति पर सावधानीपूर्वक नज़र रख रहे हैं। हालाँकि भूकंप के झटकों से थोड़ी घबराहट हुई, लेकिन राहत की बात यह है कि कोई गंभीर चोट या क्षति दर्ज नहीं की गई है। भूकंप के बाद के झटकों की स्थिति में, तेलंगाना के निवासियों को सूचित रहने और सुरक्षा सावधानियों का पालन करने की सलाह दी जाती है। अधिकारी स्थिति पर सावधानीपूर्वक नज़र रख रहे हैं और नई जानकारी उपलब्ध होने पर अपडेट प्रदान करेंगे। खासकर अगर आप ऐसी जगह पर हैं जहाँ भूकंप के बाद के झटके अधिक आ सकते हैं, तो…

Continue reading

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *