संभल में हुई हिंसा के बाद मुरादाबाद रेंज के डीआईजी मुनिराज ने जिले के हालात पर अपडेट दिया।
उन्होंने सर्वे के दौरान हुई गड़बड़ियों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोर्ट के आदेश के मुताबिक सुबह 7 बजे से 11 बजे के बीच सर्वे होना था।
सर्वे करने वाली पूरी टीम मौजूद थी और इलाके में पुलिस बल पहले से ही तैनात था। हालांकि, अप्रत्याशित रूप से लोगों ने छोटे बच्चों को ढाल बनाकर पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया।
पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने विरोध जारी रखा। स्थिति तब और बिगड़ गई जब हमलावरों ने पथराव जारी रखा और कुछ वाहनों में आग लगा दी। जवाब में पुलिस को दंगाइयों को खदेड़ना पड़ा और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। डीआईजी ने बताया कि घटना में करीब 20 पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं।
इनमें एक सर्किल ऑफिसर (सीओ) और संभल के एसपी के पैर में चोट आई है, जबकि डिप्टी कलेक्टर के पैर में फ्रैक्चर हुआ है और एक कांस्टेबल के सिर में चोट आई है। हिंसा के दौरान हुई मौतों के बारे में उन्होंने बताया कि कई असामाजिक तत्वों ने छतों और अन्य स्थानों से गोलीबारी की, जिससे कई लोग घायल हो गए।
मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा। फिलहाल 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है और स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन अधिकारी अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए कदम उठा रहे हैं।





