अशा पारेख, जो भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की एक प्यारी और सम्मानित हस्ती हैं, हाल ही में “सा रे गा मा पा” शो में पहुंची और अपने पसंदीदा सह-कलाकार शम्मी कपूर के साथ शूटिंग के दिनों से जुड़ी कुछ अनकही बातें साझा की। यह एपिसोड दर्शकों के लिए बेहद खास था, क्योंकि अशा पारेख ने न केवल अपने करियर की यादें ताजा कीं, बल्कि अपने और शम्मी कपूर के रिश्ते की भी एक नई परिभाषा दी।
सा रे गा मा पा: जहां गाने और यादें मिलती हैं।
सा रे गा मा पा शो, जो हमेशा से ही संगीत प्रेमियों का दिल जीतता रहा है, एक बार फिर दर्शकों को अपने आकर्षण में बांधने में सफल हुआ है। इस शो में प्रतियोगी अपनी दिलकश गायन प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध करते हैं, जबकि मेंटर्स सचिन-जीगर, सचेत-परंपरा, और गुरु रंधावा उनके मार्गदर्शक होते हैं। यह शो न केवल गाने की कला को सामने लाता है, बल्कि कई दिलचस्प किस्से भी उजागर करता है।
इस शो के हालिया एपिसोड में, जहां पर गीत और संगीत के अलावा, पुराने समय की यादों को भी ताजा किया गया, अशा पारेख की उपस्थिति ने शो को और भी खास बना दिया। दर्शकों को उनके अभिनय करियर और शम्मी कपूर के साथ बिताए गए अनमोल पलों की झलक मिली।
शम्मी कपूर: “सिर्फ सह-कलाकार नहीं, एक मित्र और मार्गदर्शक”।
अशा पारेख ने शम्मी कपूर के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि शम्मी कपूर उनके लिए सिर्फ एक सह-कलाकार नहीं थे, बल्कि एक ऐसे मित्र और मार्गदर्शक थे जिन्होंने उनके फिल्मी जीवन को और भी रोशन किया। अशा के मुताबिक, शम्मी कपूर के साथ शूटिंग का समय हमेशा ही मजेदार और खुशनुमा होता था। उन्होंने बताया कि शम्मी कपूर का व्यक्तित्व बहुत ही खुला और खुशमिजाज था, जो सेट पर हर किसी का मनोबल बढ़ाता था।
एक उदाहरण देते हुए अशा पारेख ने कहा, “हम दोनों के बीच एक गहरी दोस्ती थी। शम्मी कपूर न केवल अच्छे अभिनेता थे, बल्कि एक अच्छे इंसान भी थे। उनके साथ काम करना कभी भी तनावपूर्ण नहीं होता था। सेट पर हमेशा हंसी-खुशी का माहौल रहता था।”
प्रतियोगी महार्षि सनाथ पांडेय का शम्मी कपूर और अशा पारेख को श्रद्धांजलि।
शो के एक दिलचस्प सत्र में, प्रतियोगी महार्षि सनाथ पांडेय ने बॉलीवुड के सुनहरे दौर को याद करते हुए अशा पारेख की फिल्मों से दो प्रसिद्ध गीतों “तेरी आँखों के सिवा” (फिल्म चिराग) और “तुमने मुझे देखा होकर मेहरबान” (फिल्म तीसरी मंजिल) को अपनी आवाज़ दी। ये गाने न केवल दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गए, बल्कि खुद अशा पारेख भी इन यादगार गीतों को सुनकर भावुक हो गईं।
अशा पारेख ने कहा, “ये गाने मेरी ज़िंदगी का हिस्सा रहे हैं। इन गीतों ने मुझे और शम्मी कपूर को एक साथ बहुत कुछ सिखाया। इनकी मधुर धुनों ने हमें न केवल स्टार बनाया, बल्कि दर्शकों के दिलों में भी एक स्थायी जगह बनाई।”

पुराने दिनों की यादें।
जब अशा पारेख ने अपने पुराने दिनों की बात की, तो यह दर्शकों के लिए एक सफर जैसा था, जो उन्हें 60 और 70 के दशक में ले गया। इस दौरान उनके और शम्मी कपूर के बीच की कैमेस्ट्री ने कई यादगार फिल्में दीं, जिनमें “तीसरी मंजिल”, “चिराग”, और *”राज़” जैसी फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों में उनकी जोड़ी को दर्शकों ने खूब सराहा था और यही जोड़ी बॉलीवुड के स्वर्णिम युग का हिस्सा बन गई थी।
अशा पारेख ने यह भी बताया कि शम्मी कपूर के साथ उनकी शूटिंग के दिन उनके जीवन के सबसे खूबसूरत और सबसे यादगार पल थे। वह उनकी नृत्य शैली, अभिनय की विविधता और हंसी-मजाक के लिए हमेशा कृतज्ञ रहेंगी।
सा रे गा मा पा का यह एपिसोड न केवल एक संगीत प्रेमियों के लिए मनोरंजन का साधन था, बल्कि यह एक समय यात्रा की तरह था, जिसमें हम ने पुराने बॉलीवुड के सुनहरे दिनों की झलक पाई। अशा पारेख की शम्मी कपूर के साथ बिताई गई यादें और उनके अनुभव इस शो को एक अद्वितीय और यादगार बना गए। अगर आप बॉलीवुड की सोने जैसी धरोहर और इन दो महान कलाकारों के बारे में और जानने के लिए उत्सुक हैं, तो यह एपिसोड आपको जरूर देखना चाहिए।
दोस्तों, अगर आप भी संगीत और फिल्मों के इस खुबसूरत दौर से जुड़ी यादें ताजा करना चाहते हैं, तो सा रे गा मा पा का यह एपिसोड आपके लिए एक बेहतरीन अनुभव साबित हो सकता है!






